योगी आदित्यनाथ जी ने पिकप भवन में लगी आग के बारे में तुरंत संदेह जाहिर कर दिया था और तत्काल जांच बैठा दी कह दिया कि 48 घंटे में हमको रिपोर्ट दे दी है और वही हुआ जांच रिपोर्ट में यही आया है कि वह एक साजिश थी और जानबूझकर आग लगाई गई थी बड़े-बड़े मुख्यमंत्री आए बड़े बड़े जानकार आए लेकिन इस तरह से पहले ही क्षण स्थिति का अवलोकन करना बाबा योगी जी के ही ज्ञान का परिचय मिलता है क्यों इतने सक्रिय कितने तेजी से हर मामले को परख रहे हैं और देख रहे हैं कि सरकार के खिलाफ क्या-क्या षड्यंत्र हो रहे हैं भ्रष्टाचारी कितने परेशान हैं इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है योगीराज में भ्रष्टाचारी बेईमान और अपराधी इस तरह व्याकुल परेशान है और तड़प रहे हैं कि वे जानते हैं कि अब वह बच नहीं पाएंगे लिहाजा वह तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं योगी जी उन सब पर सख्त नजर रखे हुए तत्काल गोमती नगर में मुकदमा कायम हुआ है क्योंकि वहां पिकअप भवन में तमाम बड़े बकायेदारों के रिकॉर्ड रखे हुए थे यह साजिश अन खेल किया गया है आप सोचें कि प्रदेश के मुख्यमंत्री जो उन्हें पूरे प्रदेश को देखते रहते हैं उन्होंने कितनी जल्दी साजिश को पहली नजर में पकड़ लिया था कोई और होता तो समझ भी ना पाता इस आंख के पीछे साजिश है साजिश है उन कर्ज लेने वालों की जनरल ने अदा नहीं किया भ्रष्ट कर्मचारियों की साजिश अब जल्दी ही पर्दाफाश हो जाएगा और उनकी गिरफ्तारी भी निश्चित तौर पर होगी पहले तमाम ऐसे कांड होते रहे कोई ध्यान भी नहीं देता था जय हो योगी महाराज की आरडी शुक्ला
पिकप भवन में लगी आग इस साजिश को योगी आदित्यनाथ जी ने तुरंत पकड़ लिया था