मोदी योगी ने शुरू किया ईमानदारी का नया युग

आरडी शुक्ला की कलम से 

पिछले 50 वर्षों से शरीफ और ईमानदार जनता पर जबरदस्त अत्याचार कर उनका सब कुछ लूटने वाले बदमाश और माफियाओं का एक झटके में उनका साम्राज्य ध्वस्त करने वाले योगी जी ने उन करोड़ों लोगों का उद्धार किया है जो इन अत्याचारी दुराचारी और भ्रष्टाचारी अपराधियों और माफियाओं के द्वारा सताए जा रहे थे लेकिन इन दुखी यारों की कोई भी राजनेता सुनने को तैयार नहीं था उल्टे अपराधियों और माफियाओं को सर आंखोंपर बैठा ला जा रहा था पिछले 3 सालों के भीतर अचानक मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ जी ने सबसे पहले प्रयागराज में दिव्य कुंभ भव्य कुंभ का सफल आयोजन कर करोड़ों करोड़ों लोगों को गंगा में स्नान करवाया और उनको सकुशल वहां से विदा किया इस कुंभ में एक व्यक्ति को खरोच तक भी नहीं पहुंची इन करोड़ों करोड़ों लोगों का आशीर्वाद योगी जी के साथ-साथ मोदी जी को भी मिला कुंभ का सफल आयोजन मोदी जी के लिए बहुत ही भाग्यशाली रहा और मोदी जी पुनः चुनाव जीत कर प्रधानमंत्री बन गए उसके बाद उनके नेतृत्व में योगी जी ने उत्तर प्रदेश का कायाकल्प शुरू कर दिया चौतरफा विकास कार्य शुरू कराने के साथ-साथ प्रदेश में पिछले 50 वर्षों से व्याप्त जंगल राज का खात्मा शुरू कर दिया योगी जी ने अपनी पुलिस को खुला आदेश दिया कि वह अपराधियों और माफियाओं का साम्राज्य उखाड़ फेंकें इन लोगों ने पिछले 50 वर्षों में सत्ता पर पूरी तरह कब्जा जमा लिया था और जनता के पैसों को लूट लूट कर शरीफ और ईमानदार जनता को सता सता कर उनका सब कुछ लूट लिया था अचानकप्रदेश के मुख्यमंत्री बने योगी जी इन अपराधियों और माफियाओं की हरकतों को पूरी तरह जान समझ गए थे उन्होंने इनका साम्राज्य उखाड़ फेंकने के लिए पुलिस को खुली छूट दे दी उसका परिणाम यह हुआ कि आज की तारीख में प्रदेश के लगभग सभी नामी हिस्ट्रीशीटर बदमाश और माफिया सलाखों के पीछे हैं उनके द्वारा जनता से लूटा गया पैसा जमीन सब सरकार वापस छीन रही है उनके बड़े-बड़े किला नुमा महलों को बुलडोजर ध्वस्त कर रहे हैं और योगी जी कह रहे हैं इन जगहों पर मकान बनवा कर गरीबों अध्यापकों पत्रकारों वकीलों को वह मकान देंगे यह सब बातें हम जैसे लोगों को स्वप्न जैसी लग रही हैं उसका कारण है हम लोग अपना जीवन लगभग पूरा काट चुके अब 70 साल की उम्र में यह सब जो हो रहा है उसको देख कर बहुत आश्चर्य हो रहा है विश्वास नहीं हो पा रहा है कि यह सच है या सपना है उसका कारण है सरकार के उच्च पदों पर रहने वाले यह बदमाश और माफिया कभी इस तरह मारे जाएंगे ऐसा सोचा भी नहीं था होने को तो मैं एक पत्रकार वकील और जन नेता था लेकिन वास्तव में मैं एक सच्चा इंसान था मैंने ईमानदारी और सच्चाई से पत्रकारिता की सन 1975 से पत्रकारिता जगत में हाथ पैर मारना शुरू किया तभी से मैं अपराध संवाददाता बनना चाहता था और मैं विश्वविद्यालय में पढ़ रहा था अपराधियों की गतिविधियों की जानकारी के लिए विश्वविद्यालय सबसे बढ़िया स्थल था वहां पर देश और देश भर के छात्र पढ़ने आते थे जो अच्छे बुरे सब के बारे में चर्चा करते थे जो कि मुझे अपराध और अपराधियों की जानकारी हासिल करने में बड़ा मजा आता था इसलिए मैं उत्सुकता के साथ अपराधियों की जानकारी इकट्ठा करता रहता था तब मैं किसी अखबार में नहीं था केवल अखबार वालों तक छात्र नेता की हैसियत से मिलता रहता था सन 1980 में देश प्रदेश के नामी अखबार स्वतंत्र भारत में काम करने का मौका मिला और वह भी अपराध संवाददाता का यानी क्राइम रिपोर्टर बस यही से हमने अपराधियों और पुलिस के बीच उठना बैठना शुरु कर दिया उनकी बोली भाषा उनकी हरकत जानने पहचानने लगा क्योंकि मेरी रोजी-रोटी ही यही हो गई इन दोनों के बीच की खबरें एकत्र कर अपने अखबार में देता था यही नहीं दिन रात अपराधियों और पुलिस के पीछे लगा रहता था हमारे भीतर एक बात भरी हुई थी कि अपराधी की ना कोई जात होती है ना कोई धर्म वह सिर्फ पैसे के लिए कार्य करता है वह पैसे के खातिर कितना ही बड़ा खतरनाक अपराध कर देगा वहीं दूसरी तरफ पुलिस कोई भी कार्य करेगी तो अपनी नौकरी बचा कर उसके भी बाल बच्चे हैं उनको उसे पालना है इसलिए वह अपनी नौकरी से नहीं खेल सकता और अपनी नौकरी बचाते हुए ही कोई कार्य करेगा और कानून के के दायरे में रहकर करेगा जबकि अपराधी पैसा मिलने पर कुछ भी कर सकता है इसलिए हमने अपराधियों से कोई संबंध नहीं रखा और पुलिस से दोस्ती कर ली और पुलिस के साथ मिलकर अपराधियों के खिलाफ जमकर कलम चलाई खूब अखबार बिका जिससे मुझे लगता था की जनता बहुत प्रताड़ित है इन अपराधियों और माफियाओं से मैं सन 80 से सन पचासी तक इन अपराधियों के काले चिट्ठे खोल खोल कर इन को सलाखों के पीछे डलवा ता गया आगे पीछे कुछ नहीं सोचा लेकिन आखिर हुआ क्या यह अपराधी नेताओं के साथ मेल मिलकर हर मामले मैं नेताओं द्वारा बचाए जाते रहे मैं पत्रकार असहाय इन लोगों के पीछे पड़ा रहा और अंत में मैं हारा इन माफियाओं के हाथ इतने लंबे थे कि मैं ही सड़क पर आ गया वह तो कहिए मैंने पुलिस से दोस्ती कर रखी थी इसलिए जान बच गई बाकी सब बर्बाद हो गया यही नहीं मेरा सब कुछ लुट गया कलम छीन ली गई मुझे अखबार में भी किनारे कर दिया गया क्योंकि मैंने अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ बहुत लिखा बकायदा उसकी मुझे सजा दी गई 1990 आने तक वह अपराधी और माफिया जिनको मैं बंद करवाता था वह राजनेता हो गया विधायक सांसद मंत्री हो गए मैं सड़क पर असहाय घूमने लगा तब हमको इसी शरीफ इमानदार जनता ने सर आंखों पर बैठाकर हमारी इमानदारी और बदमाशों के खिलाफ निर्भीकता से लड़ने का पुरस्कार महानगर क्षेत्र की जनता ने सभासद बना कर दिया उसके बाद भी यह अपराधी और माफिया मेरे पीछे पड़े रहे क्योंकि इन बदमाशों और माफियाओं कि सरकारें चल रही थी और यह हमसे रंजिश रखते रहे हमारे पद को भी छीना हमारे मंदिर को भी हथिया लिया हमारे घर को भी तोड़ दिया आखिर में घर से बाहर निकल भागने के लिए मजबूर हो गया मेरा गुनाह सिर्फ इतना था कीपुलिस के साथ मिलकर अपराधियों और माफियाओं का काला चिट्ठा अखबार में खोला जो इनको बुरा लगा मैं सभासद बना क्योंकि मेरे पास जनता के साथ रहने के अलावा अपनी जान बचाने का कोई चारा नहीं था कलम पहले ही छीन ली गई थी आप मानेंगे नहीं कि मेरे जान के पीछे किस तरह यह लोग लगे हुए थे सरकार में कोई सुनने वाला नहीं था पुलिस तो सरकार के कहने पर चलती थी सरकार इन अपराधियों और माफियाओं की थी मैं खुले तौर पर कह रहा हूं मैंने बहुत करीब से देखा और जानता हूं कि यह असली हुकूमत इन अपराधियों और माफियाओं की ही थी पिछले 50 वर्षों में ही इन माफियाओं ने अपना इतना बड़ा साम्राज्य खड़ा कर लिया जो आज योगी सरकार ध्वस्त कर रही है क्या पहले की सरकारों नेकिसी एक माफिया के एक कमरे को भी गिराया जबकि कानून में योगी जी ने कोई बदलाव नहीं किया उन्हीं कानूनों के तहत कार्रवाई हो रही है जो पहले से ही बने हैं आश्चर्य होता है अगर यह सब पहले हो गया होता तो शायद आज हम लोग अनाथो की तरह बीमार हालत में घरों में घुसे नहीं बैठे होते आज भी इन अपराधियों और माफियाओं का डर हम लोगों के दिलों में बैठा हुआ है हमारे कई  पत्रकार बंधुओं  की अपराधियों ने हत्या कर दी जिसमें प्रमुख यादगार घटनाएं द पायनियर अखबार के संपादक स्वर्गी सिद्धकी जिनकी हत्या कार्यालय गेट पर चाकू मारकर कर दी गई थी दूसरी परितोष पांडे जी जिनको घर के भीतर गोली मार दी गई थी स्वर्गी जावेद जी को कुचल कर मार डाला गया था इसके अतिरिक्त प्रदेश और देश में अपराधियों ने तमाम पत्रकारों को मौत के घाट उतार दिया कोई पूछने वाला नहीं था यह सब सिलसिला इमानदार पत्रकारों के लिए था जो पत्रकार बदमाशों और अपराधियों के साथ थे उनको जमकर धन दौलत दी गई और हम लोगों को प्रताड़ना उस समय का दौर था यह बदमाश और अपराधी माफिया सरकारी जमीनों को सरकारी पैसे को जनता की संपत्ति को उनके पैसे को लगातार लूट लूट कर ठेकों पर कब्जा करके वह रेलवे का हो या एलडीए का करोड़ों और अरबों रुपया अपनी तिजोरी में भरते हुए आज इस हालत में पहुंच गए हैं आज इनकी  संपत्तियों का अगर ब्यौर निकाला जाए तो यह लगभग उत्तर प्रदेश के सबसे अमीर लोगों मैं यही है जिनके साम्राज्य को योगी जी मैं पिछले 3 वर्षों में लगभग पूरी तरह ध्वस्त कर दिया हम लोग तो बर्बाद हो गए कभी सोच भी नहीं सकते थे कि हम लोग अपने जीवन में ऐसा दिन भी देखेंगे की इन अपराधियों कीबहुमंजिला किले नुमाइमारतें कोई ध्वस्त करने वाला योगी आएगा लेकिन यह हो रहा है हम तो कहेंगे यह प्रभु श्री राम और कृष्ण की लीला है हम लोगों ने अत्याचार देखें इनकी प्रताड़ना से शरीफ और ईमानदार लोगों को मरते देखा हजारों हजार लोग तो इनकी प्रताड़ना से घुट घुट कर मर गए हम लोग घुट घट कर मर रहे थे हमारी कोई सुनने वाला नहीं था सारी हिम्मत टूट कर रह गई थी घर बार सब टूट गया था उसे तोड़ने वाले भी यही बदमाश और अपराधी और माफिया थे जो आज स्वयं बर्बाद हो रहे हैं यह प्रभु राम की माया है कि आज हम उस पीढ़ी में मौजूद हैं कि अपने सामने मरने से पहले राम मंदिर का निर्माण देख रहे हैं वह भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के हाथों से भूमि पूजन द्वारा और योगी जी के कार्यकाल में वरना तो हजारों हजार लोग असमय मौत के मुंह में चले गए इनके अत्याचारों और दमन के कारण कर मर गए उनकी पिछली किसी सरकार ने नहीं सुनी अचानक केंद्र में मोदी जी का आना और अचानक 2017 में योगी जी का प्रकट होना यह अपराधियों के लिए राम और कृष्ण की तरह पैदा हुए जिन्होंने एक झटके में देश और प्रदेश दोनों को सुधार दिया हम इन दोनों के भक्त हैं क्योंकि हमने अपराधियों की प्रताड़ना बहुत ज्यादा सही है अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शुरू हो ना कोई छोटा मोटा काम नहीं है सैकड़ों साल की मेहनत का परिणाम है फिलहाल तो यह मोदी जी और योगी जी की हिम्मत का काम है कि अयोध्या में दीपोत्सव हो रहा है सारी दुनिया देख रही है आ हम जब स्थितियों का अवलोकन करते हैं पिछले 50 वर्षों और 3 साल योगी जी के तो बहुत आश्चर्य होता है कि क्या पहले की सरकार है यह सब नहीं कर सकती थी जबकि उनके पास भी यही कानून था हम लोग सताए जाते रहे और अपराधी माफिया अपने किले बनाते रहे और सरकारी मदद करती रही हम लोग दर दर की ठोकर खाते रहे वह तो कहिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने राम मंदिर का आंदोलन खड़ा किया जिसने हम लोगों को भारतीय जनता पार्टी की ओर आकर्षित किया हिंदू एक हुआ हम सब ने मिलकर ही भारतीय जनता पार्टी को 1990 में जिसके पास दो सांसद थे उस दल को 300 सीटें दिलवाई और मोदी जैसा प्रधानमंत्री बना फिर 2014 से देश में जो परिवर्तन शुरू हुआ उसने आज देश की दिशा और दशा दोनों बदल दी 2017 में योगी जी हुए उसके बाद तो मानो उत्तर प्रदेश का कायाकल्प ही हो गया आज हालत यह है कि विपक्षियों के साथ 50 आदमी नहीं खड़ा हो सकता उनके पास इतने लोग भी नहीं बचे उसका सीधा कारण योगी जी के कार्य हैं मोदी जी के कार्य हैं मोदी जी ने देश को संवारा है 6 वर्षों में और योगी जी ने 3 वर्षों में ही उत्तर प्रदेश को जंगलराज से मुक्ति दिला कर मंगल राज कायम कर दिया आज प्रदेश में केवल विकास हो रहा है चारों ओर एक्सप्रेसवे बन रहे हैं प्रदेश का चौमुखी विकास हो रहा है जिसे जनता देख रही है प्रदेश की सबसे मुश्किल घड़ी में यानी करो ना काल में लॉकडाउन के समय से योगी जी ने जो मेहनत शुरू की उसका परिणाम आज साफ दिखाई दे रहा है उन्होंने करोड़ों करोड़ों जान बचा दी इतनी मेहनत करने वाला आजादी के बाद से मैंने कोई मुख्यमंत्री नहीं देखा था सत्ता के मैं बहुत करीब रहा पत्रकार था भारतीय जनता पार्टी कापूर्व सभासद भी हूं जनता ने चुना था अधिवक्ता भी रहा हूं इस प्रदेश की पूरी हालत देखी सब कुछ जानता हूं अब जीवन के अंतिम दौर में हूं बीमार हूं बिस्तर पर हूं हृदयाघात हो चुका है इन अपराधियों की प्रताड़ना सहते सहतेलेकिन ना ऐसा प्रधानमंत्री देखा था 70 साल में ना  योगी जैसा मुख्यमंत्रीजो जिस दल की सरकार रही वह जनता को लूटते रहे अपराधी और माफिया बढ़ते गए शरीफ इमानदार व्यक्ति दबता गया यह सब अत्याचार पिछले 70 सालों में हुए हैं और मेरी उम्र भी यही है आश्चर्य तो यह है की पुलिस भी वही है जो पहले थी कानून भी वही फर्क इतना है कि कानून का पालन पुलिस कड़ाई से करकेअपराधी और माफिया भ्रष्टाचारी बेईमान मारा जा रहा है या जेल जा रहा हैईमानदार सच्चा व्यक्ति सीना तान कर चल रहा है अपराधी माफिया या तो बिल में घुस गया या जेल में या ऊपर चला गया पहले वाली सरकारों ने जो कर्म किए आज उसका भुगतान उनको करना पड़ रहा है हम लोग सौभाग्यशाली हैं जो मोदी और योगी जी के सराहनीय कार्यों को मरने से पहले देख रहे हैं राम मंदिर का निर्माण कोईछोटा-मोटा काम नहीं है उसकी शुरुआत का दृश्य भी देखने को मिला कि कैसे प्रधानमंत्री जी राम मंदिर  का भूमिपूजन कर रहे हैं और योगी जी अयोध्या में दीपोत्सव कर रहे हैं यह सब हम लोगों की कल्पना थी सपना था जो आज साकार हो रहा है अब मृत्यु भी आ जाए तो कोई परेशानी नहीं है राक्षसों का नाश देखना चाहते थे वह देख रहे हैं इससे बड़ा सुख और क्या मिलेगा जीवन में बस एक अंतिम इच्छा है मोदी जी और योगी जी दीर्घायु हो जिससे जनता को और राहत मिले मैं साफ कहना चाहता हूं पिछली सरकारों और मोदी योगी जी का विरोध करने वाले लोगों को कि वह चाहे जो षड्यंत्र कर ले इन लोगों के विरुद्ध वह कभी सफल नहीं होंगे प्रदेश और देश की जनता बहुमत में मोदी योगी जी के साथ है यह बातहजार बार सिद्ध हो चुकी है याद करें उस इतिहास को कि श्री राम ने रावण का वध किया और कृष्ण ने कंस का यह सब हजारों हजारवर्ष पहले हुआ इन दोनों की पूजा आज तक हो रही है हमें लगता नहीं बल्कि विश्वास है की मोदी योगी जी पूजा भी भविष्य में लोग करेंगे क्योंकि यह मोदी और योगी भी कोई साधारण व्यक्ति नहीं लगते यह भी तो उनके अवतार ही हो सकते हैं क्या मालूम हम लोगों को भगवान ने हम लोगों की 70 वर्षों की प्रार्थना स्वीकार कर ली उन्हें शत-शत प्रणाम है क्रमश


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