मोदी जी की दूरदर्शिता दिखाई दे लाल किले से बोले जनसंख्या विस्फोट पर

  आरडीशुक्ल   कल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने लाल किले से 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जो भाषण दिया उसमें उन्होंने जो बात कही जनसंख्या को लेकर वह इतनी दूरदर्शिता वाली थी कि जिसको अगर समझा जाए तो बहुत महत्वपूर्ण है हमारे देश के लिए हमारे देश के विकास के लिए बहुत ही जरूरी है कल उन्होंने पहली बार यह भी कहा कि देश की अगली पीढ़ी के लिए जनसंख्या पर ध्यान देना अति आवश्यक है वरना आने वाली पीढ़ी हमको माफ नहीं करेगी इसका मतलब साफ है देश में जनसंख्या विस्फोट हो चुका है और उस और अन्य मामलों की जगह हमारे प्रधानमंत्री पूरी तरह सजग है और चौंकाने है उनका कहना था कि हमारे प्रबुद्ध लोग जनसंख्या की ओर ध्यान दे रहे हैं इस विस्फोट का आंकलन भी कर रहे हैं बाकी लोग को समझाने के लिए इशारा करते हुए उन्होंने बहुत कुछ कह डाला उनका मतलब था छोटा परिवार ही हमारे देश की खुशहाली में मदद करेगा यह सोच यह साबित करती है कि उन्होंने बेरोजगारी महंगाई भ्रष्टाचार अपराधीकरण आतंकवाद जैसे बड़े मुद्दों को पूरी तरह समझने की कोशिश की और उसके पीछे जनसंख्या विस्फोट का बहुत बड़ा हाथ है इसलिए उन्होंने जनता को सचेत किया उन्होंने इस ओर क्या कदम उठाए जाने हैं इसकी जानकारी तो नहीं दी लेकिन इतना इशारा जरूर किया जो समझ सके समझ ले जो ना समझे वो अनाड़ी है देश की प्रगति के लिए आवश्यक है जनसंख्या पर कंट्रोल किया जाए आगे आने वाली पीढ़ी को अगर हमें राहत देनी है और उनका भी ख्याल रखना है तो यह आवश्यक हो जाता है कि हम जनसंख्या पर होने वाले विस्फोट का ध्यान रखें और समझे कि हम को सीमित परिवार का लक्ष्य लेकर चलना होगा कभी हमारे देश का भविष्य उज्जवल हो सकता है आज जो महामारी और जो स्थिति देश में है उसके लिए काफी को जिम्मेदारी जनसंख्या विस्फोट की है वैसे तो अगर देखा जाए तो सन 1975 में तत्कालीन इंदिरा गांधी के पुत्र संजय गांधी ने परिवार कल्याण परिवार नियोजन का एक बीड़ा उठाया था लेकिन आप उनकी मां ने देश में आपातकाल लगाकर जबरन नसबंदी का जो कार्यक्रम चलाया वह इतना गलत साबित हो गया उसके बाद से लेकर आज तक परिवार नियोजन के संबंध में कोई ठोस कदम उठाने की कोई राजनीतिक दल या नेता हिम्मत ही नहीं कर सका संजय गांधी ने जो कठोर निर्णय लिया उसका परिणाम उनको अपनी सरकार ढेर करके और अपनी जिंदगी खत्म करके मिला जबकि उनका विचार तो बहुत सही था अगर 1975 से परिवार नियोजन और सीमित परिवार की योजना ढंग से लागू की गई होती तो आज जनसंख्या विस्फोट की स्थिति मैं देश नहीं होता लेकिन उनकी मां इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाकर और संजय गांधी ने बचपना दिखाते हुए जो जबरन नसबंदी और जबरन परिवार कल्याण का जो कार्यक्रम चलाया तो उसमें ना वह बचे ना उनकी मां उसके बाद न किसी कांग्रेसी नेता की और ना किसी अन्य दल की यह हिम्मत हुई कि वह खुलकर परिवार नियोजन के बारे में बात भी कर सके उसी का परिणाम यह हुआ कि आज हमारे देश में पर जनसंख्या विस्फोट हो गया और हम तरह तरह की परेशानियों को झेलने लगे प्रबुद्ध वर्ग जैसा कि हमारे माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जीने स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त के अपने भाषण में कहां है वही वर्ग है जो इस परिवार कल्याण के बारे में सोचता है और सीमित परिवार के बारे में सोचता है इसका मतलब है काफी बड़ा वर्ग इस समस्या से पूरी तरह अनभिज्ञ और वह नहीं सोच रहा है देश की बढ़ती आबादी क्या करने जा रही है लेकिन हमारे महान दूरदर्शी माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने हमारे मन की बात कल लाल किले से कर डाली भले ही उन्होंने इशारों इशारों में कहा लेकिन यह बात उन्होंने हिम्मत करके कहीं जनसंख्या विस्फोट हो चुका है और हमको छोटे परिवार की ओर ध्यान देना होगा वरना आने वाली पीढ़ी हमको माफ नहीं करेगी और उसको बहुत कुछ झेलना पड़ेगा कल के उनके इस भाषण को सुनकर ऐसा लगा कई दशकों बाद किसी नेता ने वास्तविकता स्वीकार करते हुए यह परिचय दिया कि भारत देश में वस्तु की स्थिति बिगाड़ने में जनसंख्या विस्फोट का बहुत बड़ा हाथ है और यह हिम्मत कल लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की स्वागत योग्य है कि उन्होंने इतनी बड़ी बात लाल किले से कहीं हमारी जनता को चाहिए वह चाहे किसी धर्म की हो या किसी संप्रदाय की हो वह स्वीकार करें कि उनका प्रधानमंत्री क्या कह रहा है किस सच्चाई को बयान कर रहा है और उसको स्वीकार करते हुए जब तक छोटे परिवार की धारणा देश के घर घर में नहीं बस जाती कब तक आगे आने वाली पीढ़ी को हम न्याय नहीं दे पाएंगे नाउन को नौकरी दे पाएंगे और ना ही उनको खाने को दे पाएंगे ना ही उनको हम वह सब दे पाएंगे जो हम आज हासिल कर रहे हैं चाहे वह जल हो चाहे वह और कुछ हो अगर हम कल 15 अगस्त को लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इंगित किए गए जनसंख्या विस्फोट के मामले को गंभीरता से लेते हुए उस पर मनन करें अध्ययन करें विचार करें तो निश्चित तौर पर हमारे प्रिय नेता ने जो शंका प्रकट की है भविष्य की उस पर बहुत कुछ काबू पाया जा सकता है और अगर हमने उनकी बातों को ध्यान नहीं दिया तो आने वाला समय आने वाली पीढ़ी के लिए इतना खतरनाक होगा इतना भयानक होगा क्या आप उसकी कल्पना नहीं कर सकते प्रबुद्ध वर्ग सिर्फ कल्पना करके क्या करेगा वह एक सीमित वर्ग है और यह कार सबको मिलकर करना है जब हम मोदी जी की हर बात को मानते हैं हमने उनको बहुमत से चुनाव जीता कर राष्ट्र का प्रधानमंत्री बनाया है तो उनकी हर बात को गंभीरता से हमें मानना पड़ेगा और आज हम संकल्प लें किस जनसंख्या विस्फोट पर मोदी जी के बताए रास्ते पर चल कर काबू पाएं जिससे कि आने वाली पीढ़ी हमको गुनहगार न साबित करें धन्यवाद मित्रों आरडी शुक्ला सिर्फ यह चाहता है कि हमारा देश प्रगति करें हमारे अखबार खबरिया चैनल सब मिलकर जैसे मोदी जी का समर्थन कर रहे हैं ठीक उसी तरह उनकी कल 15 अगस्त को  जनसंख्या विस्फोट पर दी गई चेतावनी को भी गंभीरता से लें ना दबाव में ले ना जबरदस्ती ले अपने मन से ले यही मन हमारे प्रधानमंत्री मोदी जी का भी है धन्यवाद


Popular posts
पत्रकारिता करने की खुली आजादी तो अब मिली है आरडी शुक्ला की कलम से
मोदी योगी ने शुरू किया ईमानदारी का नया युग
तमाम पुलिसवालों की हत्या करने वाले दुर्दांत खूंखार डाकू छविराम उर्फ़ नेताजी को कैसे लगाया पुलिस ने ठिकाने नहीं मानी सरकार की यह बात कि उसको जिंदा आत्मसमर्पण करवा दो पूर्व डीजीपी करमवीर सिंह ने कहां हम इसको माला पहनकर आत्मसमर्पण नहीं करने देंगे और सरकार को झुका दिया कहानी सुनिए आरडी शुक्ला की कलम से विकास उसके सामने कुछ नहीं था
कुदरत से टकराने का दंड भोग रहे हैं दुनिया के इंसान आरडी शुक्ला की कलम से
श्री राम का मंदिर निर्माण शुरू करने के बाद अयोध्या में दीपोत्सव 2020 के यादगार दिवस है