भोलेनाथ मंदिर कि सैकड़ों साल पुरानी जमीन पर भू माफियाओं का कब्जा


आर डी शुक्ला द्वारा


राजधानी की सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र महानगर स्थित रहीम नगर में आदर्श मांटेसरी स्कूल के सामने एक सैकड़ों साल पुराना बाबा विश्वनाथ मंदिर है इस मंदिर की काफी जमीन थी बहुत कुछ तो लोगों ने कब्जा ली बच्ची लगभग 10,000 स्क्वायर फीट जमीन को अभी हाल में भू माफियाओं ने दीवाल खींचकर अपने कब्जे में ले लिया इस मंदिर पर भू माफियाओं की नजर बहुत पहले से थी लेकिन यहां श्रद्धालुओं की भीड़ और बगल मेंं 35 बटालियन पीएसी के जवानों की मंदिर के प्रति श्रद्धा कोो देखते भू माफियाओं की वर्षों तक तो इसको कब जाने की हिम्मत नहीं पड़ी लेकिन अचानक फर्जी रजिस्ट्री  और कागजातों के बल पर एक दिन उन्होंने दीवाल उठा दिया अब गेट लगा दिया इस दीवाल के अंदर सैकड़ों साल पुराना वटवृक्ष पीपल का वृक्ष वह कुआं है जहां पर पूरे क्षेत्र की महिलाएं तीज त्यौहार और शादी ब्याह के समय आकर पूजा करती हैं अभी बरगदही के दिन महिलाओं ने दीवाल पान पान कर वहां जा कर पूजा की क्षेत्र के लोग सैकड़ों साल से यहां पूजा पाठ करते आते हैंइस मंदिर का इस मंदिर की खासियत यह बताई जाती है 50 साल पहले से यहां पर शादी ब्याह और त्योहारों पर इसकी जमीन पर मेला लगा करता था वह पूरी की पूरी जमीन इस समय कब्जे में है सिर्फ भू माफियाओं ने इस शिवलिंग को छोड़ा है वह भी क्षेत्रवासियों की बहुत गुजारिश पर इतने दबंग लोग हैं कब्जा करने वाले तिलोक उनसे डरते हैं इस कब्जे के दौरान जिन्होंने भी विरोध करने की कोशिश की उनको इन लोगों ने पैसे रुपए अपनी दबंगई से दबा दिया वैसे मंदिर की जमीन पर कब्जे का यह बहुत बड़ा मामला है सनसनीखेज मामला है पूरे करीब 25 किलोमीटर के क्षेत्र में इस तरह का विशाल मंदिर नहीं है और ना ही पौराणिक महत्व वाला कोई मंदिर है जहां वटवृक्ष पीपल का पेड़ कुआंं पूजन के लिए यहां की महिलाएं निरंतर यहां पूजा करती रही अब यह देखिए दीवाल के भीतर भू माफियाओं ने वह वटवृक्ष पीपल का पेड़ कुआं जहां पर क्षेत्र के सैकड़ों शादियां संपन्न हुई  आज वहां पर  अवैध कब्जा है  लोग उसके विरोध में खड़े होने के लिए घबराते हैं  वैसे तो क्षेत्र 35 बटालियन पीएसी से घिरा हुआ है और पुलिस पीएसी के लोग इस मंदिर पर काफी श्रद्धा रखते हैं और तीज त्योहारों पर वे यहांंं भजन कीर्तन भी करते हैं लेकिन अनुशासन से बंधे यह पीएसी के लोग वहांं हो रहे हैं अवैध कब्जे को रोक नहीं सकते क्योंकि वह अपनी नौकरी और अनुशासन से बंधे हुए हैं वह इन सब मामलोंं में हस्तक्षेप नहींं करते उनकी वजह से इस मंदिर मेंंं सिर्फ पूजन पाठ हुआ करता है और यह भूमाफिया ज्यादा आगे नहींं बढ़ पा रहे हैंअभी तक देखें क्षेत्रीय लोगों में इतना ज्यादा असंतोष है कि यह विस्फोट किसी समय विकराल रूप ले लेगा अभी तो यह लोग अपनी सीधा पा का परिचय दे रहे हैं और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पर पूरा भरोसा करते हुए यह उम्मीमीद करते हैं कि इस राज में उनको न्याय मिलेगा उनके यहांं की महिलाओं को यहांं पूजा करने की इजाजत मिलेगी भूमाफिया द्वारा बनाई गई दीवाल टूटेगी बस इसी इंतजार में सब शांति से बैठे हैं  आप भीतर देखें की पुजारी का कमरा बट वृक्ष सब दीवारों के बीच में कैद कर लिया गया है और सच्चाई यह है सैकड़ों साल से यह सब मंदिर का पूरी तरह हिस्सा था क्षेत्र के लोग धीरे-धीरे अपने सीने में सैकड़ों साल पुराने इस कब्जे को देखकर बौखलाए हुए हैं और कभी भी वह विस्फोट कर सकते हैं पीएसी वाले सिर्फ अनुशासन की दुहाई देकर चुपचाप बैठे हैं वरना यह दबंग उनके सामने कुछ नहीं है चुटकी बजाते वह साफ हो जाएंगे लेकिन हमारी अनुशासित फोर्स कानून हाथ में कभी नहीं लेती यही उसका बड़प्पन है यही उसका मान है वह तो सिर्फ प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नारायण की ओर देख रही है बस वह भजन कीर्तन करके चुपचाप चले जाते हैं लेकिन इसका मकसद भू माफिया भी नहीं समझ रहे हैं क्षेत्री लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से अनुरोध किया है कि वह एक बार राजधानी के सबसे नामी ग्रामीण क्षेत्र महानगर में हुए इस कब्जे के बारे में विकास प्राधिकरण से भी बात कर ले पूरी तरह जांच करवा लें क्योंकि विकास प्राधिकरण ने ba6th मंदिर का होने के नाते छोड़ दिया था तो फिर आखिर यह फर्जी रजिस्ट्री के माध्यम से भोलेनाथ के मंदिर के उस भाग पर कब्जा कैसे हो गया जहां पर सैकड़ों साल से महिलाएं पूजा पाठ करती आई हैं वहां कुआं मौजूद है बट वृक्ष मौजूद है पीपल का पेड़ मौजूद है पुजारी की कुटिया मौजूद है यह सब के चारों ओर दीवाल कैसे खींच ली गई जबकि विकास प्राधिकरण ने भी उसको छोड़ दिया था यह पूरी तरह जांच का विषय है वहां के लोग सीधे हैं सिर्फ क्षेत्र के लोगों ने मन बना लिया है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से भेंट करके इस पूरे कब्जा प्रकरण पर और मंदिर की आजादी कराने के लिए स्वयं भेंट oकरेंगे और मंदिर की जमीन पर कब्जा करने वालों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग करेंगे वैसे भी योगी जी अगर एक बार इसकी जांच करवा लें तो शायद इतने बड़े मंदिर के कब्जे का प्रकरण राजधानी लखनऊ में वे सह नहीं पाएंगे अभी तक भूमाफिया सरकारी जमीनों ग्राम समाज की जमीन हो तालाबों पर एलडीए की और नगर निगम की जमीनों पर काबिज होते थे यह पहला मामला निकलेगा लखनऊ में और राजधानी में जिसमें चारों ओर पुलिस की पहरेदारी के बीच में भोलेनाथ के सैकड़ों साल पुराने पूज्य स्थल पर भू माफियाओं ने कब्जा कर लिया यह भी पूर्वर्ती सरकार के समय इस संबंध में क्षेत्रीय लोगों ने एक पत्र भी मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री को लिखा है और इस प्रकरण की जांच करवाने की मांग की है कि आखिर यह कैसे हो गया पूज्य स्थल को दबंगों ने पिस्तौल बंदूक की नोक पर कब्जा लिया उम्मीद की जाती है जल्दी योगी बाबा के राज में लाखों लोगों के इस पूज्य स्थल को जल्द ही राक्षसों के कब्जे से मुक्ति मिलेगी दीवाल टूटेगी और क्षेत्र के विवाह में पूजा यहां होगी महिलाओं को फिर से यहां बरगदही का पूजन करने को मौका मिलेगा


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