सन 1984 में बृजलाल ने ही शुरू की थी माफियाओं के खिलाफ पहली कार्रवाई

आरडी शुक्ला की कलम से

अभी हाल ही में भारतीय जनता पार्टी ने पूर्व पुलिस महानिदेशक उत्तर प्रदेश बृज लाल जी को सांसद बना दिया और वह इस पद के योग्य व्यक्ति भी हैं उनका कार्य मैंने सन 1984 में बहुत करीब से देखा था जब वह लखनऊ के कप्तान बने थे इत्तेफाक की बात थी कि ठीक उसी समय मैं स्वतंत्र भारत अखबार का क्राइम रिपोर्टर था बृज लाल जी भी जवान थे नई नई नौकरी थीपुलिस की उनकी और मैं भी जवान था मेरी क्राइम रिपोर्टिंग शुरू हुई थी बृज लाल जी और हमें बहुत अच्छी दोस्ती हो गई आपस में तालमेल हो गया और फिर बृज लाल जी ने शुरु कर दिया माफिया गिरोहों के खिलाफ सघन अभियान लखनऊ में उन दिनों यहां सुभाष भंडारी लखनऊ का सबसे बड़ा और खतरनाक माफिया था सबसे पहले बृज लाल जी ने उस पर हाथ डाला उसके बाद मैं माफियाओं के खिलाफ लिखता गया और वह उनको पकड कर जेल भेजते रहे उस समय लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक थे तिलक काक बहुत तेज तर्रार पुलिस अधिकारी थे उस समय लखनऊ की हालत अन्ना रामगोपाल बख्शी भंडारी बबलू श्रीवास्तवसहित तमाम अपराधी माफियाओं ने बहुत खराब कर रखी थी लखनऊ में ताबड़तोड़ गैंगवार चल रहे थे रोज सड़कों पर गोलियां चलती थी लखनऊ की जनता बहुत आतंक की थी असुरक्षित थी यहां अराजकता का माहौल था लोग घर से बाहर निकलने पर डरते थे ग्रामीण क्षेत्र में भी बहुत से माफिया सक्रिय थे और उसी प्रकार शहर की भी हालत खराब थी लखनऊ प्रदेश का कानून व्यवस्था के हिसाब से सबसे खराब शहर था ऐसी हालत में अचानक लखनऊ में बस्ती जिले के शोहरतगढ़ कस्बे के एक युवा आईपीएस बृजलाल को लखनऊ का कप्तान नियुक्त किया गया बृजलाल ने कुछ दिनों तक तो लखनऊ की खराब आबोहवा का जायजा लिया माफियाओं की लिस्ट बनाई और हम लोगों द्वारा अखबार में अपराधियों और माफियाओ के बारे में प्रकाशित होने वाली खबरों को पढ़ा वैसे भी उस समय स्वतंत्र भारत की प्रमुख अखबार था और मैं उसका क्राइम रिपोर्टर था उस समय न सोशल मीडिया था न टीवी ना चैनल ना मोबाइल स्वतंत्र भारत से ही जनता को और लगभग पूरे प्रदेश की जनता को खबरें मिलती थी उस समय ना पत्रकार इतने  हुआ करते थे मीडिया का इतना जलवा भी नहीं था इस युवा कप्तान  अचानक प्रदेश के सबसे बड़े माफिया सुभाष भंडारी को घर से खींच लाया और पकड़कर हजरतगंज कोतवाली लखनऊ में बैठा दिया उसके साथ उसकी माउजर पिस्तौल भी बरामद की तत्काल हम लोग प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचे हमने खबरें लिखी उस समय की यह सबसे बड़ी खबर थी कि प्रदेश पहली बार किसी बड़े माफिया पर किसी पुलिस अधिकारी उठा सके ने हाथ डालने की पहली बार कोशिश की धीरे-धीरे बृजलाल और हमारे बीच में यानी पुलिस और मीडिया के बीच में अच्छा तालमेल हो गया बृजलाल ने एक-एक करके लखनऊ के प्रदेश के नामी-गिरामी माफियाओं पर खुला हाथ डालना शुरू कर दिया बृजलाल के नाम से अपराधी और माफिया कांपने लगे और आज तक अपराधियों और माफियाओं कि उनके नाम से रूह कांपती है स्वयं माफियाओं की सार्वजनिक जगह पर पिटाई करने वाला यह पहला पुलिस अफसर था धीरे-धीरे बृजलाल मैं माफिया गिरोहों की कमर तोड़ दी आर्थिक स्रोत तोड़ दिए जिसके बाद से लखनऊ में माफिया गिरोह आज तक नहीं बन पाए यह ब्रजलाल की ही करामात थी बृजलाल अपराधियो को इस तरह पस्त किया कि वहआज तक सर नही उठा पा रहे हैं बृजलाल और मीडिया की ऐसी सेटिंग थी कि उनका राज खत्म होने में ज्यादा समय नहीं लगा लखनऊ की आबोहवा बदलने लगी बृजलाल की जय जयकार होने लगी उन्होंने अशांत असुरक्षित लखनऊ को ऐसी सुरक्षा प्रदान की जो लोग आज तक याद कर रहे हैं उसके बाद इस युवा पुलिस अधिकारी ने तमाम तरह के फर्जी  कार्यों कारोबारियों को भी पकड़ना शुरू कर दिया लखनऊ को अपराधी विहीन बना दिया माफिया भाग खड़े हुए या सुधर गए यहां का माहौल ठीक हो गया बृज लाल जी का तब तक नाम पूरे देश में हो चुका था उसके बाद जब लखनऊ से हटे तो काफी समय तक नेतागिरी उन्हें सताती रही लेकिन चुकी वह आईपीएस पुलिस अधिकारी थे वे कभी ना डरे ना झुके खूब तबादले हुए उनके बेकार की जगहों पर रखा जाता रहा और सरकार की मंशा के खिलाफ सरकारी माफियाओं को तंग करने का उनके ऊपर लांछन लगता रहा लेकिन फिर भी वह इमानदारी से कर्मठता से निष्ठा से पुलिस कार निभाते रहे जहां भी वह बैठा ले गए प्रदेश में एक वही ऐसे अधिकारी थे जिनको बिगड़ती कानून व्यवस्था के समय उपयोग में लाया जाता था उनको पुलिस महानिरीक्षक कानून व्यवस्था बनाया गया उस समय मेरी गाड़ी को एक तत्कालीन मंत्री के चेले ने तोड़ दिया वह मंत्री भी कोई मामूली मंत्री नहीं था मैंने जाकर इस बात की शिकायत उनसे की तत्काल उन्होंने लखनऊ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक उस समय राजीव रंजन जी से पुलिस लेकर मंत्री के घर घुस जाने का आदेश दिया और हुआ भी यही पुलिस मंत्री के घर में घुस गई थी ऐसे रहे हैं बृज लाल जी उसके बाद अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था रहे और फिर बने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक दशकों से प्रदेश के चित्रकूट क्षेत्र में आतंक का पर्याय बने डाकू ददुआ को स्वयं बिहार में जाकर मुठभेड़ में मार गिराया फिर एक-एक करके जितने भी आतंक फैलाने वाले अपराधी माफिया थे उनका सफाया किया या कार वह मायावती जी के टाइम में कर रहे थे उनकी इच्छा और हमारी इच्छा खूब मेल खाती थी बहुत अच्छी दोस्ती है वे सेवानिवृत्त होने के बाद भारतीय जनता पार्टी मैं शामिल हो गए और अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष बने खूब अच्छा काम किया जिलों जिलों में दौरा कर करके उन्होंने इस वर्ग के लोगों को न्याय दिलवाया उनके इसी कार्यों का परिणाम हुआ कि वह भारतीय जनता पार्टी की और से अभी हाल ही में राज्यसभा के हुए चुनाव में भाजपा के सांसद चुने गए और देश की सबसे बड़ी पंचायत में शामिल हो गए अब सोचने विषय यह है कि आज योगी जी के राज में अपराधियों माफियाओं का साम्राज्य पूरी तरह ध्वस्त हो रहा है उसका मूल कारण यही पता चलता है की भारतीय जनता पार्टी ने बृजलाल जैसे जांबाज को सांसद बनाया और उनकी सेवाओं को जारी रखा पुलिस विभाग के लिए जानी मानी हस्ती बृजलाल जिनको कि इन माफियाओं और अपराधियों के खात्मे का पूरा खाका मालूम है उनकी पूरी मदद मिल रही है आज योगी जी को बृजलाल जैसे अधिकारियों का पूरा सहयोग मिल रहा है जिस लड़ाई को बृज लाल जी ने सन 1984 में शुरू किया था उसको योगी जी के शासन में पूरा होता देख रहे हैं उसमें भी सोने में सुहागा उनकी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी पूरा करवा रहे हैं भारतीय जनता पार्टी का प्रदेश में राज्य है योगी जी मुख्यमंत्री हैं और अब प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह सुधर चुकी है केवल उसी तरह के अपराध हो रहे हैं जिन को कोई रोक नहीं सकता जिनक पता नहीं चलता है अब अगर प्रदेश में ऐसे ही हालात रहे तो निश्चित तौर पर प्रदेश का विकास तेजी से होता रहेगा दबा कुचला इंसान राहत पाएगा योगी जी की इच्छा भी यही है जिस दल में बृजलाल जैसा पूर्व पुलिस महानिदेशक शामिल होगा और सांसद बनेगा निश्चित तौर पर कानून व्यवस्था उसके नाम से ही सुदृढ़ होगी वैसे भी योगी जैसा कोई मुख्यमंत्री नहीं हुआ जिसने अपनी पुलिस को इन अपराधियों माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही के लिए खुली छूट दी हो बृजलाल भी पिछली सरकारों में बहुत सताय गए बृजलाल को ऐसे ऐसे विभागो मैं भेजा जाते रहे जहां उनकी फजीहत हो लेकिन बृजलाल थे जो सभी सरकारों के जुल्म सहते रहे और आज माफियाओं के अंत की सोच कर बैठे बृजलाल का सपना पूरा हो रहा है और खुशी की बात यह है कि उनकी भारतीय जनता पार्टी के मुख्यमंत्री योगी जी ही उनके इस सपने को पूरा कर रहे हैं